Introduction to .NET Technology
डॉट नेट टेक्नोलॉजी का परिचय
डॉट नेट टेक्नोलॉजी की शुरुआत 1990 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा की गई थी। ध्यान देने योग्य बात यह है कि डॉट नेट टेक्नोलॉजी के अंतर्गत कई अन्य तकनीकों का समावेश है। उदाहरण के लिए, वेब पेज बनाने के लिए ASP.NET, और डेटाबेस प्रबंधन के लिए विभिन्न फ्रेमवर्क्स उपलब्ध हैं। डॉट नेट एक प्लेटफॉर्म है, जिसकी सहायता से डॉट नेट को सपोर्ट करने वाली किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में एप्लिकेशन बनाई जा सकती है।
डॉट नेट फ्रेमवर्क क्या है?
डॉट नेट फ्रेमवर्क बेस क्लास लाइब्रेरी (BCL) का एक समूह है, जिसे फाउंडेशन क्लासेस भी कहा जाता है। ये फाउंडेशन क्लासेस किसी भी डॉट नेट एप्लिकेशन को विकसित करने के लिए अनिवार्य होती हैं। बिना इन क्लासेस के, एप्लिकेशन का विकास संभव नहीं है। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी अपने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ डॉट नेट फ्रेमवर्क पहले से इंस्टॉल करती है। हालांकि, यदि आपका सिस्टम Windows 7 से पहले का है, तो आपको इसे माइक्रोसॉफ्ट की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करके इंस्टॉल करना होगा.
प्लेटफॉर्म का अर्थ
कंप्यूटर की भाषा में प्लेटफॉर्म का मतलब उस वातावरण से है, जिसमें सॉफ्टवेयर या एप्लिकेशन एक्सीक्यूट होता है। उदाहरण के लिए, विंडोज प्लेटफॉर्म, लिनक्स प्लेटफॉर्म, और मैक प्लेटफॉर्म। यदि सॉफ्टवेयर केवल विंडोज एनवायरनमेंट में चलता है, तो उसे विंडोज प्लेटफॉर्म के लिए उपयुक्त कहा जाएगा।
डॉट नेट टेक्नोलॉजी की स्वतंत्रता
डॉट नेट टेक्नोलॉजी का एक बड़ा लाभ यह है कि यह भाषा स्वतंत्र (Language Independent) है। यानी, डॉट नेट एप्लिकेशन को विभिन्न भाषाओं में विकसित किया जा सकता है। इस स्वतंत्रता को हासिल करने के लिए डॉट नेट टेक्नोलॉजी CTS (Common Type System) का उपयोग करती है। यह सिस्टम विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं के डेटा टाइप्स को आपस में संगत बनाता है।
ASP.NET और इसकी विशेषताएँ
ASP.NET, जिसे एक्टिव सर्वर पेज डॉट नेट कहा जाता है, वेब एप्लिकेशन बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रमुख तकनीक है। इस तकनीक के अंतर्गत, डेवलपर को त्रुटियों (Errors) को संभालने की सुविधा मिलती है। जब कोई क्लाइंट एप्लिकेशन में त्रुटि का सामना करता है, तो ASP.NET उस त्रुटि को एक अलग Error Page पर रीडायरेक्ट कर देता है। इससे यूजर का अनुभव बेहतर बनता है।
क्लास लोडर क्या है?
डॉट नेट में क्लास लोडर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब कोई इवेंट ट्रिगर होता है, तो उसे मेमोरी में लोड करने के लिए क्लास लोडर जिम्मेदार होता है। क्लास लोडर लगातार मेमोरी प्रबंधन में सहायक होता है।
गैरेज कलेक्शन की भूमिका
ASP.NET टेक्नोलॉजी में मेमोरी प्रबंधन के लिए Garbage Collection का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक स्वतः ही अनुपयोगी ऑब्जेक्ट्स को मेमोरी से हटा देती है। इससे डेवलपर को मैन्युअल मेमोरी मैनेजमेंट की आवश्यकता नहीं होती, जिससे विकास समय की बचत होती है।
विजुअल स्टूडियो और उसका महत्व
विजुअल स्टूडियो माइक्रोसॉफ्ट द्वारा प्रदान किया गया एक IDE (Integrated Development Environment) है, जिसका उपयोग करके डेवलपर डॉट नेट एप्लिकेशन को विकसित कर सकते हैं। विजुअल स्टूडियो विंडोज एप्लिकेशन, वेब एप्लिकेशन, और मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दो संस्करणों में उपलब्ध है:
- फ्री संस्करण (Visual Studio Community Edition)
- पेड संस्करण (Professional/Enterprise Edition)
फ्री संस्करण को माइक्रोसॉफ्ट की वेबसाइट से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है, जबकि पेड संस्करण को ट्रायल अवधि के बाद उपयोग के लिए खरीदा जाना होता है।
सेशन की अवधारणा
ASP.NET में Session एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। जब कोई यूजर किसी वेबसाइट पर पहली बार रिक्वेस्ट भेजता है, तो सर्वर एक Session ID उत्पन्न करता है और इसे क्लाइंट के ब्राउज़र में भेज देता है। अगली बार जब यूजर रिक्वेस्ट करता है, तो ब्राउज़र उस Session ID को सर्वर पर भेज देता है। इससे सर्वर यह पहचान लेता है कि रिक्वेस्ट नई है या पुरानी।
HTTP तकनीक का स्टेटलेस व्यवहार
HTTP एक Stateless Protocol है, यानी यह डेटा को स्थायी रूप से सुरक्षित नहीं रखता। हर बार नई रिक्वेस्ट पर डेटा को फिर से लोड करना पड़ता है। हालांकि, इस समस्या को हल करने के लिए ASP.NET में Session और Cookies का उपयोग किया जाता है.
डॉट नेट का भविष्य
डॉट नेट टेक्नोलॉजी समय के साथ लगातार विकसित हो रही है। इसके नए संस्करणों में सुरक्षा, प्रदर्शन, और उपयोग में आसानी के लिए नए फीचर्स जोड़े जा रहे हैं। यह तकनीक विभिन्न प्रकार के एप्लिकेशन बनाने के लिए एक भरोसेमंद और उपयोगी विकल्प है.
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